मलाला युसुफ़ज़ई
मलाला युसुफ़ज़ई ( पश्तो : जन्म: 12 जुलाई 1997) को बच्चों के अधिकारों की कार्यकर्ता होने के लिए जाना जाता है। वह पाकिस्तान के ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा प्रान्त के स्वात जिले में स्थित मिंगोरा शहर की एक छात्रा है। 13 साल की उम्र में ही वह तहरीक-ए-तालिबान शासन के अत्याचारों के बारे में एक छद्म नाम के तहत बीबीसी के लिए ब्लॉगिंग द्वारा स्वात के लोगों में नायिका बन गयी। अक्टूबर 2012 में, मात्र 14 वर्ष की आयु में अपने उदारवादी प्रयासों के कारण वे आतंकवादियों के हमले का शिकार बनी, जिससे वे बुरी तरह घायल हो गई और अंतर्राष्ट्रीय मीडिया की सुर्खियों में आ गई। मलाला युसुफ़ज़ई ملاله یوسفزۍ जन्म 12 जुलाई 1997 (आयु 23) [1] [2] राष्ट्रीयता पाकिस्तानी अन्य नाम गुल मकई गृह स्थान मिंगोरा, ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा , पाकिस्तान प्रसिद्धि कारण महिला अधिकार कार्यकर्ता, शिक्षाविद् माता-पिता ज़ियाउद्दीन युसुफ़ज़ई (पिता) पुरस्कार अंतर्राष्ट्रीय बाल शांति पुरस्कार पाकिस्तान का राष्ट्रीय युवा शांति पुरस्कार नोबल पुरस्कार संयुक्त रूप में भारत के कैलाश_सत्यार्थी कैलाश सत्यार्थी के साथ 2015 बाल्यावस्