संदेश

जुलाई, 2021 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं
साहित्यशास्त्र, बी.ए.भाग १, सेमिस्टर-२, वस्तुनिष्ठ प्रश्न   कंस में दिए गए शब्द उत्तर दर्शाते है  १) मलबे का मलिक......की कहानी विधा  है l (मोहन राकेश )  २) मलबे का मलिक कहानी का गनी मिया साढ़े सात साल के बाद .......से अमृतसर आये थे l (लाहोर) ३) अब्दुल गनी मिया के पुत्र का नाम .....था l (चिरागदीन  )  ४) चिराग पेशे से ....का काम करता था l (दर्जी ) ५) चिराग की पत्नी का नाम जुबेदा तथा बेटी का नाम .....था l (किश्वर और सुल्ताना ) ६) बाजार .... अमृतसर का एक उजड़ा हुआ बाजार है l (बॉसा) ७) मोहन राकेश ..... के पुरस्कर्ता थे l (नई कहानी) ८) मोहन राकेश का जन्म ......में ८ जनवरी १९२५ में हुआ l (अमृतसर) ९) मोहन राकेश की तिन नाट्य कृर्तीया ......हें l (आषाढ का एक दिन ,लहरों के राजहंस ,आधे –अधूरे ) १०) अब्दुल गनी मिया के पुत्र चिरागदीन को .......ने मारा था l (रख्खा पहलवान ) ११) आज मलबे का मलिक .....बन बैठा था l (रख्खा पहलवान ) १२) वृदावनलाल वर्मा ने ......उपन्यास लिखे l (ऐतीहासिक ) १३) उनके ऐतीहासिक उपन्यास..... को भारत सरकार ने पुरस्क्रूत कियाl  (झासी की रानी ) १४) अहिल्याबाई के दामात का नाम ......था

शोधनिबंध- मैत्रेयी पुष्पा की कहानियों में चित्रित स्त्री विमर्श

चित्र
  शोधनिबंध-  मैत्रेयी पुष्पा की कहानियों में चित्रित स्त्री विमर्श भारतीय समाज में नारी शुरू से ही साहित्य का विषय रही है। हिंदी साहित्य सृजन  में विभिन्न लेखिकाओं ने अपना योगदान दिया है। स्वातंत्र्योत्तर कालीन बदलती सामाजिक तथा राजनैतिक स्थितियों ने नारी की चिंतन में अपूर्व परिवर्तन किया। पुरुष प्रधान समाज में नारी की स्थिति को दर्शाने के प्रयास हिंदी कहानियों में विविध लेखिकाओं ने प्रस्तुत किए हैं। आठवें दशक में अनेक महिला लेखिकाओं ने स्त्री विमर्श को अपनी रचनाओं में उभारने का प्रयास किया। उषा प्रियंवदा, मन्नू भंडारी, चित्रा मुद्गल, कृष्णा सोबती तथा मैत्रेयी पुष्पा की रचनाओं ने सभी का ध्यान आकृष्ट किया है।  हिंदी साहित्य में महिला लेखन के प्रति हर संघर्ष एवं चुनौतियों से टक्कर देने वाली, अपनी बात को सत्य कहने वाली मैत्रेयी पुष्पा एक अलग कहानीकार है। आधुनिक नारी की मन:स्थिति पारिवारिक जीवन में पति पत्नी संबंध, स्त्री पुरुष संबंधों के विविध कोन स्त्री पुरुष संबंधों पर निहित स्त्री शोषण को अपने कथा साहित्य के जरिए सूक्ष्मता से अंकित किया गया है। मैत्रेयी पुष्पा स्त्री पर लिखने वाली, नार